दिनांक 14-15 सितम्बर, 2024 को राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में चौथा अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन एवं हिंदी दिवस-2024 के अवसर पर निदेशक, केंद्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान, नई दिल्ली माननीय गृह राज्यमंत्री को पुस्तक (राष्ट्रीय एकता और हिंदी भाषा) भेंट करते हुए ।
श्री नवाज शरीफ, सहायक निदेशक (हिंदी टंकण एवं हिंदी आशुलिपि) द्वारा आई आई टी कानपुर में आयोजित अल्पावधि प्रशिक्षण कार्यक्रम।
दिनांक 14 सितम्बर 2023 एवं 15 सितम्बर, 2023 को राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय द्वारा पुणे में आयोजित तृतीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन एवं हिंदी दिवस-2023 के अवसर पर श्री नरेश महीचा, सहायक निदेशक, श्री रामनरेश शर्मा,निदेशक, केंद्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान को रामचरितमानस भेंट करते हुए
दिनांक 14 सितम्बर 2023 एवं 15 सितम्बर, 2023 को राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय द्वारा पुणे में आयोजित तृतीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन एवं हिंदी दिवस-2023 के अवसर पर उपस्थित केंद्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान के अधिकारीगण
दिनांक 31 जुलाई 2023 से 4 अगस्त, 2023 तक 2ए पृथ्वीराज रोड़ पर आयोजित पुनश्चर्या कार्यक्रम, केंद्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान के अधिकारीगण
अधिदेश (Mandate)
सरकार की राजभाषा नीति के सुचारु रूप से कार्यान्वयन के लिए संघ सरकार के कर्मचारियों के साथ-साथ केंद्रीय सरकार के उपक्रमों, उद्यमों तथा नियंत्रणाधीन बैंकों आदि के कर्मचारियों के लिए हिंदी भाषा, हिंदी टंकण (मैनुअल)/हिंदी शब्द संसाधन (कंप्यूटर) और हिंदी आशुलिपि के प्रशिक्षण की व्यवस्था करना।
केंद्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा में शामिल अधिकारियों एवं अनुवादकों के लिए पुनश्चर्या प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों की व्यवस्था करना।
प्रशिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत शिक्षण की अत्याधुनिक तकनीकों आदि की जानकारी कराने के लिए हिंदी शिक्षण योजना के अधिकारियों और प्राध्यापकों को तथा मंत्रालयों/विभागों के प्रशिक्षण संस्थानों के प्रशिक्षकों को राजभाषा नीति के साथ-साथ हिंदी भाषा में प्रशिक्षित करना।
राजभाषा विभाग द्वारा सी-डैक के सहयोग से विकसित करवाए गए हिंदी के विभिन्न आई टी सॉफ्टवेयर्स का प्रचार-प्रसार एवं अभ्यास करवाना।
संघ सरकार के उन अधिकारियों/कर्मचारियों के लिए, जो हिंदी में कार्य करने में झिझक महसूस कर रहे हैं, 5 कार्य दिवसीय हिंदी कार्यशालाएं चलाना।
हिंदीतर भाषी कर्मचारियों के हिंदी ज्ञान को प्रभावी बनाने के लिए भिन्न–भिन्न प्रयोगशालाएं खोलना, जिनमें लिंग्वाफोन रिकार्ड तथा अन्य हिंदी भाषा शिक्षण के दृश्य–श्रव्य उपकरणों तथा कंप्यूटरों की व्यवस्था करना। इसके अतिरिक्त चार्टों, पोस्टरों, लघु-चित्रों आदि की सहायता से हिंदी में दिए जा रहे प्रशिक्षण को रोचक और ग्राह्य बनाना।
उच्च अधिकारियों तथा उप सचिव, निदेशक आदि को राजभाषा नीति और सांविधिक व्यवस्था आदि की अद्यतन जानकारी कराना।
भारत सरकार के मंत्रालयों/ विभागों में गठित राजभाषा कार्यान्वयन समिति के अध्यक्षों की, जो संयुक्त सचिव स्तर के होते हैं, संगोष्ठियाँ आयोजित करना।
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समितियों के अध्यक्षों के लिए दो-दो, तीन–तीन दिन के सेमिनार आयोजित करना।